महावीर आसन क्या है? | What is Mahaveer Asana ?
इस आसन की मुद्रा महावीर यानि बजरंग बली हनुमान की सी बनती है, इसलिये इसे महावीर आसन कहा जाता है।
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महावीर आसन के लाभ | Mahaveer Asana Benefits
इस आसन से छाती चौड़ी होती है तथा फेफड़े व कंधे पुष्ट होते हैं। इसके नियमित अभ्यास से टांगों का टेढ़ापन दूर हो जाता है।
कण्ठ, श्वास नली और फेफड़ों के वायुकोश बलवान होते हैं तथा सम्पूर्ण शरीर में शुद्ध रक्त का परिक्रमण तेजी से होता है। जिसके कारण उत्साह और स्फूर्ति की वृद्धि होती है। यह पाचन शक्ति को ठीक कर भूख को बढ़ाता है।
इसके अभ्यास से आगे बढ़ा हुआ पेट छँट जाता है तथा बांहों के ऊपरी भाग्र एवं जांघों की मांसपेशियां पुष्ट होती हैं।
शरीर में स्फूर्ति भरने वाला यह अति उत्तम आसन है।
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महावीर आसन की विधि | Mahaveer Asana Steps
सीधे खड़े होकर दोनों पांवों को परस्पर मिला लें, अब बायें पांव को डेढ़ फुट पीछें की ओर बढ़ायें तथा बायें पंजे पर खड़े होकर दायें घुटने को आगे की ओर झुका लें।
मुट्ठियों को कसकर कोहनियों को मोड़ें और गले की नस में एवं नाड़ियों में कसाव ले आयें। अब श्वास को भीतर खींचते हुए छाती को अधिक से अधिक फुलायें।
सम्पूर्ण शरीर के अंग-प्रत्यंग को कमान की भांति रखें। दो मिनट तक इसी स्थिति में रहने के बाद एक मिनट का विश्राम लें।
तदुपरांत बायें पैर को आगे बढ़ाकर तथा दायें पांव को पीछे रखकर पूर्वोक्ति समस्त क्रियायें करें। बीच-बीच में एक-एक मिनट का विश्वाम लेते हुए उक्त अभ्यास को दो से चार बार तक दोहरायें।
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विशेष
इसे मारुति आसन भी कहते हैं।
महावीरासन करने का समय | Timing of Mahaveer Asana
आसन मुद्रा बना लेने के बाद दो मिनट तक उसी मुद्रा में खड़े रहें। फिरं आसन से पूर्व मुद्रा में आ जाएं। एक मिनट का विश्राम कर तीन बार इस आसन क्रिया को करें।
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