स्तनपान के दौरान दूध वाली वाहिनी का बंद होना प्राकृतिक इलाज

स्तनपान के दौरान दूध वाली वाहिनी (नस्सो या नलिकाओं) का बंद होना एक आम समस्या है। यदि आप अपने स्तनों में से एक पर भी एक छोटी निविदा और या लाल टक्कर (या गांठ) को देखे तो घबरायें नही, इसका मतलब शायद यह है कि आपकी दूध वाली नस्से बंद हो गयी है, यह घबराने वाली बात नही है, लेकिन निश्चित रूप से जल्द कार्रवाई की जरूरत है | इस से पहले की हम “स्तनपान के दौरान बंद हुई नस्सो से कैसे निपटे ” पर चर्चा करे, हमे यह जानना होगा कि असल में यह समस्या है क्या ? और इस समस्या का क्या कारण है |

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स्तनपान के दौरान एक अवरुद्ध वाहिनी (बंद हुई नस) क्या है?

आपके स्तन के अंदर वाहिनी (नस) बहुत सी नस्सो का एक बहुत ही जटिल जाल है | ये नस्से उन ऊतकों से जहाँ दूध बनता है से आपके निप्पल (चुसनी) तक दूध को ले जाती है | इसी तरह दूध वाली वाहिनी एक व्यक्तिगत नस है जो कि आपके निप्पल (चुसनी) के अंत तक जाती है और दूध को आपके बच्चे के मुँह तक वितरित करती है |

जब हम बंद हुई नस्सो की बात करे तो उसका सीधा सा मतलब यह है कि जो नस दूध को बच्चे के मुँह तक पहुँचाती है वो किसी कारण वंश जाम (बंद) हो गयी है | अब उस नस से दूध का निकलना संभव नहीं है (या यह कह सकते है कि मुश्किल है) | आपके स्तन में एक लाल, दर्द भरी, सूजन के साथ एक गांठ का विकास हो सकता है | उस गांठ के आस पास के ऊतक (कोशिकाएं) सूज जाएँगी |

आप इस सबकी एक पानी वाले पाइप से तुलना कर सकती है, एक ऐसा पाइप जिसका अंत वाला सिर बंद कर दिया हो और पीछे से पानी का बहाव चालू हो | अब पानी बाहर नही जा पायेगा, वो क्या करेगा ?  वो पानी के दबाव के कारण पाइप को फुला देगा |

अपने स्तन के बारे में अधिक जानने के लिए निम्न चित्र को देखे और अपने स्तन की प्राकृतिक संरचना को समझने की कोशिश करें।

स्तनपान के दौरान दूध वाली वाहिनी का बंद होना प्राकृतिक इलाज

स्तनों में नस्सो (नलिकाओं) का अवरुद्ध होने का क्या कारण है?

अवरुद्ध हुई नस्सो (नलिकाओं) का मुख्य कारण यह है कि आपके स्तन में दूध शेष है। जी हाँ जब आपका बच्चा आपके स्तन को पूरी तरह से खाली नही करता तो आपके स्तन में कुछ दूध रह जाता है जो स्तन नलिकाओं की रुकावट का कारण बनता है । अधिकांश मामलों में यह बच्चे के जन्म के बाद स्तनपान के शुरुआती सप्ताह में ही होता है ।

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अगर आप बच्चे के अधिकतम क्षमता से ज्यादा दूध बना रही है, तो दूध आपके स्तनों की कोशिकाओ से बाहर आने कि कोशिश करता है जिस से सूजन या लाल रंग कि दर्द भरी गांठ बन जाती है |

नस्सो की यह रूकावट असली (सदैव) नही है, मतलब इन्हे आसानी से रोका जा सकता अगर हम कुछ प्राकृतिक सुझावों को अपनाये (हम इस लेख में उन पर चर्चा करेंगे) लेकिन पूर्ण रूप से बंद होने वाली नस्सो का होना दुर्लभ हैं। असली वाली पूर्ण रूप से हुई बंद नस्सो में आप देख पाएंगी कि आपकी निप्पल (चूसनी) एक सफेद रंग का अजीब सा छाला बन गया है | यह एक संकेत है कि नस्सो का बाहर वाला भाग त्वचा कोशिकाओं से ही बंद हो गया है जो कि दूध को बाहर आने से रोक रहा है |

क्या ये बंद नस्से (नलिकाएं) बच्चो पर प्रभाव डालती है ?

वैसे,  इस सवाल का माँ के मन में आना बहुत आम है। वैसे, बंद नस्से प्रभावित स्तन में सिर्फ दूध के प्रवाह को कम करती है | सूजन के कारण दूध का स्वाद भी अलग सा हो सकती है। आपका बच्चा उस स्तन से दूध पीने में अस्थिरता महसूस करेगा, लेकिन चिंता न करे यह बंद हुआ दूध किसी भी तरह से बच्चे के स्वास्थ्य को प्रभावित नहीं करता।

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क्या मुझे बंद हुई नस्सो वाले स्तन से स्तनपान कराना बंद कर देना चाहिए ?

निश्चित रूप से नहीं। प्रभावित स्तन से दूध पिलाने से बचने या कम करना वास्तव में मामले को बदतर बना सकते हैं | क्योकि ऐसा करने पर स्तन में और ज्यादा दूध इकठा होगा जो नस्सो को और ज्यादा बंद करेगा | याद रखें, एक अवरुद्ध वाहिनी (बंद दूध) के लिए सबसे अच्छा इलाज दूध फिर से निप्पल (चूसनी) से आना है | आप स्तनपान करवाते रहे अगर करवा सकते है तो, फिर चाहे आप के लिए असुविधाजनक हो रहा हो | यह आपके जल्दी ठीक होने में मदद करेगा, जैसे ही आपका बच्चा आपके स्तन को चूसेगा | जितनी बार संभव हो सके लगातार स्तनपान कराये और यह पक्का करे को स्तनपान में ज्यादा अंतर न हो |

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बंद हुए दूध का प्राकृतिक इलाज

इन इलाजों के कुछ भाग आपको बहुत अजीब लगेंगे, पर अपने दिमाग में एक बात याद रखना यह बीमारी आपके स्वास्थ्य से जुडी है | सेहत ही सब कुछ है, इसलिए आप इन इलाजों का प्रयोग करते हुए अजीब बिलकुल महसूस करे | यह पक्का है की ये प्राकृतिक इलाज आपकी बहुत मदद करेंगे वो भी बिना किसी नुक्सान के |

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बिना इलाज के, बंद हुआ दूध (बंद हुई नस्से) स्तन संक्रमण का कारण बन सकता है या उस से भी बुरा | इसलिए निचे दिए कदम उठाये ताकि आपका दूध फिर से आ सके :

  1. सबसे पहले गर्म पानी से नहाये (शावर ले) और अपने स्तनों को रगड़े |
  2. 2-3 बुँदे लैवेंडर एसेंशियल तेल (बाजार में आसानी से मिल जाता है) की ले और इसे किसी भी तेल (नारियल, सरसो) में मिलाये, पुरे स्तन पर मालिश करे, बिलकुल बाँहो तक (जहाँ से स्तन का उबार शुरू होता है), ब्लॉक हुए स्थान पर ज्यादा ध्यान दे |
  3. लैवेंडर तेल अवशोषित (सूख) हो जाने के बाद, अपने प्रभावित स्तन पर आलू के पतले स्लाइस रखे | उन पूरे स्तन के चारो ओर रखे, और ब्रा पहन ले ताकि वो आलू के टुकड़े गिरे नही | आप इन आलुओ को सेक भी सकती है, जी हाँ अगर आप आलू लगाने से पहले थोड़ा आलुओ को गर्म कर लेती है तो यह और भी अच्छे से काम करेगा

स्तनपान कराते हुए कुछ सुझाव जो आपको जरूर मानने है वो इस प्रकार है :

  1. स्तन खाली करे : अपना प्रभावित स्तन बचे को पहले दे (हलाकि ये दर्द भरा होगा, आप दूसरे से भी शुरू कर सकती है) और यह सुनिश्चित कर ले की आपका बच्चा हर बार स्तन को पूरा खाली कर रहा है (नोट : बच्चे को एकदम से न हटाये)  अगर आपका बच्चा अपने आप अपना काम अच्छे से नही कर पा रहा (स्तन से दूध नही ले पा रहा) तो आप काम खत्म करे अपने स्तन को बार बार दबाये, ताकि दूध की धार न सही तो बूँद बूँद दूध की तो निकले |
  2. थोड़ा ढीला करे : कई बार बाहरी दबाव (जैसे कि ज्यादा तंग कमीज या ब्रा) के कारण भी दूध रुक जाता है | इसलिए ये सुनिश्चित करे कि आपकी ब्रा ढीली ही है |
  3. दूध पिलाने के तरीके : बंद हुए दूध के इलाज के लिए यह इलाज का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है |
    • बच्चे को कम्बल पर फर्श या बिस्तर पर लिटाये |
    • आप अपने हाथो और घुटनो के बल पर बच्चे के ऊपर आये (पुल वाली मुद्रा) और धीरे से अपनी कोहनियो को पीछे हटाये |
    • अपने लटकते हुए स्तन के निप्पल (चूसनी) को नीचे सीधा बच्चे के मुह में डाले | इस पोजीशन में गुरुत्वाकर्षण आपके लिए काम करेगा | कोशिश करे कि बच्चे कि ठुड्डी ब्लॉक हुए स्थान पर लगे, क्योकि यह भी एक अच्छा बल है |
  4. अपने बच्चे का एक मालिश करनेवाली की तरह प्रयोग करे : निर्भर करता है कि बंद स्थान (गांठ ) कहाँ है, आप अपने बच्चे को ऐसी पोजीशन में करे कि उसकी ठुड्डी आपके स्तन कि गांठ की मालिश करे जब आप दूध पिला रही हो |

महत्वपूर्ण सुझाव 1 : अपने प्रिय पति को कहे की वो प्रभावित स्तन से स्तनपान करे वो भी उसी पोजीशन में जैसा की ऊपर बताया गया है| वे आपके बच्चे की तुलना में ज्यादा कठोरता से स्तन चूस सकते हैं। और अगर स्तन को कस कर चूसा जाये तो बंद दूध के दुबारा चलने के अवसर बढ़ जाते है |

महत्वपूर्ण सुझाव 2 : आप बंद हुई नलिकाओं पर वाइब्रेटर (थरथानेवाला) का उपयोग कर सकते हैं। यह एक अच्छी सीमा तक आपकी मदद कर सकता है |

महत्वपूर्ण सुझाव 3 : जब भी आप नहाये तो एक गर्म गिला कपड़ा ले और अपने बंद हुए निप्पल पर रखे जब तक आप सहन कर सके | कई बार निप्पल पर झ गांठ है वह एक छोटा सा सफेद बिंदु दिखता है, वह इतना छोटा हो सकता है की दिखे भी ना, एक बार आप उसे ढूंढ ले तो आराम से एक पिम्पल की तरह उसे निचोड़ दे, इस से बंद दूध चल पड़ेगा |

आप कैसे अवरुद्ध हुई नलिकाओं के दर्द को कम कर सकते हैं?

अगर आपके लिए स्तनपान कराना बहुत दर्द भरा हो रहा है तो आप दूध निकालने के लिए स्तन पंप का इस्तेमाल करर सकती है | एक इलेक्ट्रिक स्तन पंप हाथ वाले पंप से  ज्यादा तेज होता है | दिन में जितनी बार भी आपका बच्चा दूध मांगे इस पंप को इस्तमाल करे | इस से दोनों स्तनों से दूध निकले जब तक दूध खत्म न हो जाये |

दर्द को कम करने के अन्य तरीके :

1. स्तनपान की मुद्राए बदलना, उदहारण के तौर पर बाँहो के नीचे से स्तनपान | यह बच्चे के लिए भी मददगार है

कुछ मुद्राए नीचे दी गयी है

अ. साइड से लेटा कर
ब. पालने की तरह पकड़ (एक ही बाजु)
स. पालने की तरह पकड़ (उलटी बाजु से)
ड. रग्बी गेंद की तरह पकड़
इ. जुड़वां पकड़
फ. कोअला पकड़
ज. शांतचित्त स्तनपान (जैविक पोषण)
ह. एक शल्यक्रिया के बाद स्तनपान शांतचित्त

2. इबुप्रोफेन या पेरासिटामोल ले ये दर्द और सूजन को कम कर सकते हैं।

अगर आपके लक्षण 48 घंटो में नही सुधरते या आप बीमार महसूस करे और ऊपर दिए प्राकृतिक नुस्खे बरतने के बाद भी दर्द हो तो अपने डॉक्टर से मिले |

आप कैसे करती हैं?

क्या कभी आपके स्तन का दूध बंद हुआ है ? तो आप उसका कैसे इलाज करती है? अपना अनुभव नीचे दिए कमेंट बॉक्स में जरूर बाँटिएगा ताकि हम बाकि ममियों को मदद कर सके जो इस से जूझ रही है |

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