निद्रा से पित्त शांत होता है , मालिश से वायु शांति होती है , उल्टी से कफ शांत होता है तथा उपवास से बुखार शांत होता है ।
तेल हमेशा गाढ़ा खाना चाहिएं सिर्फ लकडी वाली घाणी का , दूध हमेशा पतला पीना चाहिए ।
छिलके वाली दाल-सब्जियों से कोलेस्ट्रोल हमेशा घटता है ।जिसका कोलेस्ट्रॉल बड़ा हुआ हो उसको छिलके वाली दाल कहानी चाहिए।
भोजन के पहले मीठा खाने से बाद में खट्टा खाने से शुगर नहीं होता है ।
भोजन के आधे घंटे पहले सलाद खाएं उसके बाद भोजन करें ।
पीले केले में आयरन कम और कैल्शियम अधिक होता है । हरे केले में कैल्शियम थोडा कम लेकिन फास्फोरस ज्यादा होता है तथा लाल केले में कैल्शियम कम आयरन ज्यादा होता है । हर हरी चीज में भरपूर फास्फोरस होती है, वही हरी चीज पकने के बाद पीली हो जाती है जिसमे कैल्शियम अधिक होता है ।
चूना बालों को मजबूत करता है तथा आँखों की रोशनी बढाता है ।
जिस भोजन में सूर्य का प्रकाश व हवा का स्पर्श ना हो उसे नहीं खाना चाहिए ।
गाय के दूध में घी मिलाकर देने से कफ की संभावना कम होती है लेकिन चीनी मिलाकर देने से कफ बढ़ता है ।
मासिक के दौरान* वायु बढ़ जाता है , 3-4 दिन स्त्रियों को उल्टा सोना चाहिए इससे गर्भाशय फैलने का खतरा नहीं रहता है । दर्द की स्थति में गर्म पानी में देशी घी दो चम्मच डालकर पियें ।
रात में आलू खाने से वजन बढ़ता है ।
भोजन के बाद कंघी करें कंघी करते समय आपके बालों में कंघी के दांत चुभने चाहिए । बाल जल्द सफ़ेद नहीं होगा ।
अजवाईन अपान वायु को बढ़ा देता है जिससे पेट की समस्यायें कम होती है ।
अगर पेट में मल बंध गया है तो अदरक का रस या सोंठ का प्रयोग करें ।
कब्ज होने की अवस्था में सुबह पानी पीकर कुछ देर एडियों के बल चलना चाहिए । ।।
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