योनि आसन की विधि | Yoni Asana Steps
दोनों पैरों को सामने की ओर फैलाकर बैठ जाइये। फिर दोनों घुटनों को मोड़कर, दोनों पैरों के तलुवे और एड़ियों को इस प्रकार जोड़ लें कि नाभि एड़ियों के ऊपर रहे-और पंजों से अन्दर की ओर थोड़ा दबाव रहना चाहिये।
पंजे अण्डकोषों से सटे होने चाहियें।
तत्पश्चातू दोनों हाथ घुटनों पर रखें। कमर का ऊपरी भाग एकदम सीधा तना हुआ रहना चाहिये। पांवों को जोड़कर भी इसका अभ्यास किया जा सकता है।
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योनि आसन के लाभ | Yoni Asana Benefits
इस आसन के अभ्यास से योनि-सम्बन्धी सभी विकार नष्ट होते हैं और मूत्र-सम्बन्धी सभी दोषों को दूर करता है तथा जांघों से लेकर पंजों तक के भागों को पुष्ट करता है। यह आसन स्त्रियों के लिये बड़ा लाभदायक है।
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