symptoms of asthma in hindi- अस्थमा जिसे आमतौर पर दमा भी कहते हैं आजकल एक आम बीमारी है जो सिर्फ युवाओं और व्यस्कों को ही नहीं बल्कि बच्चों को भी अपनी चपेट में ले लेता है। जिसका कारण बदलते वातावरणीय प्रदूषण, खान-पान में मिलावट व शुद्धता में कमी है। दुनिया भर में लगभग 250 लाख लोग और भारत में लगभग 15 से 20 लाख लोग अस्थमा से पीड़ित हैं।
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अस्थमा सांस की बीमारी है जिसमें सांस लेने में दिक्कत, सीने में जकड़न और खांसी आती है। दमा फेफड़ों को खासा प्रभावित करता है और इसके कारण व्यक्ति को श्वसन संबंधी कई बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में इन रोगियों को अपनी उचित देखभाल करना चाहिए। सबसे पहले यह जान लें कि अस्थमा(Asthma) यानि दमा रोग क्या है? तो आईये आज हम आपको अस्थमा और उसके लक्षणों तथा इससे बचने के उपायों के बारे में बताते हैं। asthma icd 10 (asthma attack icd 10), asthma day
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अस्थमा क्या है- Asthma day

जब किसी व्यक्ति की सूक्ष्म नलियों में कोई रोग उत्पन्न हो जाता है जिससे उस व्यक्ति को साँस लेने में परेशानी होने लगती है। जिसके कारण उसे खाँसी होने लगती है। इस स्थिति को अस्थमा (दमा रोग) कहते हैं। अस्थमा(Asthma) एक गंभीर बीमारी है, जो श्वास नलिकाओं को प्रभावित करती है। अस्थमा(Asthma) एक अथवा एक से अधिक पदार्थों के प्रति शारीरिक प्रणाली की एलर्जी है। अस्थमा के रोगी को सांस फूलने या साँस न आने के दौरे बार-बार पड़ते हैं, हालाँकि उन दौरों के बाद वह अकसर पूरी तरह सामान्य भी हो जाता है। अस्थमा(Asthma) का दौरा आमतौर पर सुबह के दौरान या रात में पड़ता है।
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अस्थमा के लक्षण-asthma symptoms in hindi (asthma treatment in hindi)
- सांस फूलना और सांस लेने में तकलीफ होना
- सीने में जकड़न और बार बार घरघराहट वाली खांसी होना
- शरीर के अंदर खिंचाव
- खांसी के कारण फेफड़े से सूखा कफ़ उत्पन्न होना
- सीने में भारीपन और दर्द होना
- लगातार छींक आना
- सांस लेते समय अधिक जोर लगाने पर रोगी का चेहरा लाल होना
- बिना किसी काम के थकान होना
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अस्थमा(Asthma) के कारण-
- आनुवांशिकता (जीन्स) के कारण
- अत्यधिक वातावरणीय प्रदूषण के कारण
- श्वसन प्रणाली में संक्रमण के कारण
- मौसमी बदलाव के कारण
- अधिक मोटापे के कारण
- जानवरों से आने वाले कीटाणुओं के कारण
- गलत और अनियंत्रित खान-पान के कारण
- मानसिक तनाव, क्रोध तथा अधिक भय के कारण
- खून में किसी प्रकार से दोष उत्पन्न हो जाने के कारण
- नशीले पदार्थों का अधिक सेवन करने के कारण
- मल-मूत्र के वेग को बार-बार रोकने के कारण
- खांसी, जुकाम तथा नजला रोग अधिक समय तक रहने के कारण
- ज्यादा मसालेदार और तले हुए खाद्य पदार्थों तथा गरिष्ठ भोजन करने के कारण
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बचाव और सावधानियां-
- अस्थमा(Asthma) से पीड़ित व्यक्ति को भोजन में ज्यादा मिर्च मसालों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- अस्थमा(Asthma) से पीड़ित रोगी को ध्रूमपान, शराब, तम्बाकू तथा अन्य नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- अस्थमा(Asthma) से रोगी व्यक्ति को धूल और धुँए वाले वातावरण से दूर रहना चाहिए।
- यदि घर में पालतू जानवर है तो उसे अपने विस्तर पर या बेडरूम में ना आने दें और पालतू जानवरों को हर हफ्ते नहलाएं।
- अस्थमा(Asthma) से रोगी व्यक्ति को मानसिक तनाव व लड़ाई झगड़े से भी बचना चाहिए।
- घर में सफाई का विशेष ध्यान रखें। तकिये के कवर, चादर समय-समय पर बदलते रहें।
- एलर्जी की नियमित जांच कराएं और बताये गए निर्देशों का पालन करें।