सुखासन क्या है? Sukhasana in Hindi
सुख आसन का अर्थ है जिस आसन में बैठने से आप सुख का अनुभव करें वह सुख आसन है। योगासन में सबसे सरल आसन सब सुखासन ही है।
उष्ट्रासन | Ustrasana Benefits in Hindi
सुखासन करने की विधि | Sukhasana Steps in Hindi
इस आसन को करने के लिए पालथी मारकर बैठ जाइये, दोनों हाथों को घुटनो पर रख लीजिए। कमर, गर्दन सीधी रखिए। तनकर बैठ जाइये। आनन्द की अनुभूति के लिए चाहे आंखें बन्द कर चिंतारहित अवस्था में ख़ुद को महसूस करें या आंखें खुली रखते हुए हरियाली या प्राकृतिक द्र्श्यो को निहारिये। यह आसान परिश्रमरहित, सुख साधन और अपनी शारीरिक स्थति के अनुकूल हो सकता है।
विशेष
इस आसन को किशोर, स्त्रियां और वृद्धजन सभी आसानी से कर सकते हैं। इसमें शरीर के किसी भी अंग पर जोर नहीं पड़ता। आराम से बैठा जाता है। इसके अभ्यास के लिए किसी की सलाह या निर्देशन लेने की आवश्यकता नहीं पड़ती । ना ही अभ्यास को करने के बाद इसे किया जाता है।
सुखासन करने के लाभ | Sukhasana Benefits in Hindi
- इससे पेट की बीमारिया कब्ज, अजीर्ण, गैस के रोग दूर हो जाते हैं।
- इससे श्वास-शक्ति दूरस्थ होती है, फेफड़ों की बीमारियों में लाभ होता है।
- थकान, सुस्ती दूर भागती है तथा गर्दन, मेरूदण्ड सीधे बनते हैं।
जाने शवासन की विधि और लाभ | Shavasana in Hindi
सुखासन करने का समय
इस आसन की अवस्था में नित्य 10 से 15 मिनट तक बैठा जा सकता है। परिश्रमरहित आसन होने के कारण इसकी अवधि अपनी इच्छा अनुसार बढ़ायी जा सकती है। जितनी देर आप सुखकर अवस्था में सुख़ासन में बैठ सकते हैं, इसे कर सकते हैं।
सुखासन करने में सावधानी | Sukhasana (Easy Pose) me savdhani in hindi
सुखासन में ध्यान रखें योग्य कुछ सावधानियां हैं –
- घुटनों को फर्श के पास रखें। क्योंकि यदि ऐसा नही हो पाता है तो इस आसन को आप अधिक देर तक नही कर पाएंगे।
- इसके अलावा इससे कूल्हों पर अधिक दबाव या वजन पड़ने से पीठ में दर्द भी हो सकता है। आसनो से दूर करे कमर और पीठ का दर्द
सूर्य नमस्कार | Surya Namaskar 12 Pose and Benefits in Hindi