लू लगना: लू लगने से मृत्यु क्यों होती है?- कई जगह सैकड़ो लोगो की लू लगने(Sunstroke) से मृत्यु हो रही हैं। सभी लोग धूप में घूमते हैं फिर ऐसा क्यों है की कुछ लोगो की धूप में जाने के कारण अचानक मृत्यु क्यों हो जाती है?
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लू लगने से बचाव और इसका उपचार- bacho ko lu lagna
- हमारे शरीर का Temperature 37° डिग्री सेल्सियस/ Degree celsius होता है, इस तापमान(Temperature) पर ही सही तरीके से हमारे शरीर के सभी अंग काम कर पाते है।
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- यदि तापमान(Temperature) बढ़ जाता है तो पसीने के रूप में पानी बाहर निकालकर शरीर 37° सेल्सियस टेम्प्रेचर मेंटेन(Celsius temperature maintenance) रखता है। ध्यान रहे की लगातार पसीना(sweat) निकलते वक्त भी पानी पीते रहना अत्यंत जरुरी और आवश्यक है।
- पानी(Water) का हमारे शरीर में इसके अलावा भी बहुत से काम होते है , जिससे शरीर में पानी(Water) की कमी होने पर शरीर पसीना(sweat) के रूप में पानी(Water) बाहर निकालना बंद कर देता है।
- जब बाहर का मतलब वातावरण का Temperature 45° Degree के पार हो जाता है और शरीर की Cooling व्यवस्था ठप्प हो जाती है, तब शरीर का Temperature 37° डिग्री से ऊपर पहुँचने लगता है।
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- जब हमारे शरीर का Temperature 42° Celsius तक पहुँच जाता है तो तब रक्त गरम होने लगता है और रक्त मे उपस्थित प्रोटीन पकने लगता है जैसे उबलते पानी में अंडा पकता है।
- स्नायु तंत्र(nerve fibers) कड़क होने लगते है इस दौरान सांस लेने के लिए जो जरुरी स्नायु तंत्र होते वो भी काम करना बंद कर देते हैं।
- यदि हमारे शरीर का पानी कम हो जाये तो रक्त गाढ़ा होने लगता है, जिससे BP low हो जाता है, और इसके कारन महत्वपूर्ण अंग (विशेषतः ब्रेन ) तक Blood Suply रुक जाती है।
- व्यक्ति कोमा में चला जाता है और उसके शरीर के एक- एक अंग कुछ ही क्षणों में काम करना बंद कर देते हैं, और उसकी मृत्यु हो जाती है।
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- गर्मी के दिनों में यदि कुछ ऐसा अनर्थ टालना चाहते हो तो लगातार थोडा थोडा पानी(Water) पीते रहना चाहिए। हमारे शरीर का Temperature 37° Maintain किस तरह रह पायेगा इस ओर थोड़ा ध्यान देना चाहिए।
विशेष ध्यान रखे की 12 से 3 के बीच ज्यादा से ज्यादा घर, कमरे या ऑफिस के अंदर रहने का प्रयास करें, बाहर नहीं निकले तो अच्छा है। लू लगना: लू लगने से मृत्यु क्यों होती है?
Temperature 40 डिग्री के आस पास विचलन की अवस्था मे रहेगा। यह परिवर्तन शरीर मे निर्जलीकरण और सूर्यातप(Dehydration and Surrounding) की स्थिति उत्पन्न कर देगा। (ये प्रभाव भूमध्य रेखा के ठीक ऊपर सूर्य चमकने के कारण पैदा होता है।)
कृपया थोड़ा प्रयास करे की स्वयं को और अपने जानने वालों को पानी की कमी से ग्रसित न होने दें। उन्हें जागरूक कराये की पानी खूब पिए। किसी भी अवस्था मे कम से कम पुरे दिन 3 Liter पानी जरूर पियें । और जिनको किडनी की बीमारी है उन्हें तो प्रति दिन कम से कम 6 से 8 ली. पानी जरूर पीना चाहिए।
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कुछ बातो का ध्यान रखे- bacho ko lu lagna
- जहां तक सम्भव हो blood pressure पर नजर रखें। किसी को भी Heat stroke हो सकता है।
- ठंडे पानी से नहाना चाहिए।
- दही / छाछ का खाने में अधिक से अधिक प्रयोग करें।
- साथ में फल और सब्जियों को भोजन मे ज्यादा स्थान दें।
- Heat wave कोई मजाक नही है।
- एक बिना प्रयोग की हुई मोमबत्ती को कमरे से बाहर या खुले मे रखें, यदि मोमबत्ती पिघल जाती है तो ये गंभीर स्थिति है।
- शयन कक्ष और अन्य कमरों मे आधे पानी से भरे ऊपर से खुले पात्रों को रख कर कमरे की नमी बरकरार रखी जा सकती है।
- अपने होठों और आँखों को नम रखने का प्रयत्न करें।लू लगना: लू लगने से मृत्यु क्यों होती है?
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