हस्त कटिपादासन | hast katipadasana

इस लेख में आपको हस्त कटीपादासन के बारे में जानकारी दी गई है। अधिकतर लोगो के पेट निकला हुआ है। कुछ लोग इसे ड्रेस में छिपाने की कोशिस करते है। पेट को कम करने के योग करे तो बेहतर परिणाम मिल सकता है।

हस्त कटिपादासन ने की विधि

दोनों पैरों में फासला रखकर खड़े हो जाइये तथा हाथों को छाती के आगे की ओर फैला दीजिये। दोनों हाथों के मध्य भी हाथों जितना फासला रहना चाहिये।

अब गहरी सांस लें और कमर को दायें-बायें जितना घुमा सकते हैं, घुमाइये। यही इस आसन की पूर्ण स्थिति है। इस आसन का अभ्यास करते हुए कमर को घुमाने के साथ-साथ सांस लेने और छोड़ने की क्रिया को करते रहना चाहिये।

इससे कन्धे लचीले और पुष्ट होते है। बांहों की मछलियां फड़कने लगती हैं। वात रोग नष्ट हो जाते हैं।

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हस्त कटिपादासन के लाभ

छाती और कमर के रोगों से छुटकारा मिलता है और शुद्ध रक्त का संचार होकर शरीर कान्तिवान बनता है।

जिन युवतियों की कमर बेढंगी और मोटी होती है, उन्हें काफी लाभ होगा। कमर पतली होगी और उसमें लचक पैदा हो जायेगी। नितम्ब आकर्षक होकर आंखों को चुभने लगेंगे।

मोटी, बेडौल नवयुवतियों के लिये यह बहुत लाभदायक आसन है।

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