जानिए उपयोगी घरेलू नुस्खे | Gharelu Upay

पहले के समय स्वास्थ्य रक्षा और घरेलू इलाज से सम्बन्धित ऐसी जानकारी प्रस्तुत की जाती थी जो घरेलु और वातावरण के अनुकूल हो और उपयोगी होते थे।

गांवों में, जहां अभी भी चिकित्सा सेवा की पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, वहां बुजुर्ग और अनुभवी स्त्री-पुरुषों के अनुभूत घरेलू नुस्खे ही काम आते हैं और छोटी मोटी तकलीफ़ के लिए ग्रामीणजन भागदौड़ और खर्च करने से बच जाते हैं।

आहार विहार के सामान्य नियम

घरेलू या देसी नुस्खे | Home Remedies in Hindi

चेहरे की झुर्रिया

प्रौढ़ावस्था शुरू होने पर, चेहरे पर झुर्रियां और आंखों के नीचे कालिमा हो जाती है। अपनी दिनचर्या और आहार-विहार ठीक रखते हुए निम्नलिखित उपाय करें तो यह शिकायत दूर हो जाएगी।

उपाय

बेसन को छान कर इसमें कच्चा दूध डाल कर गाढ़ा घोल बना लें और एक नींबू निचोड़ दें । इस लेप को पूरे चेहरे व गर्दन में चारों तरफ़, सुबह सूर्योदय से पहले लगा दें और सूखने दें।

इसे लगाने के बाद बोलना या हंसना वर्जित है क्योंकि लेप सूखने से पहले हंसने या बोलने से लेप में दरारें पड़ जाएंगी जिससे झुर्रियां दूर होने के बजाय गहरी हो जाएंगी। सूख जाने पर चेहरा पानी से धो डालें और रोएंदार तौलिया से पोंछ लें। 10-15 दिन में फ़र्क दिखने लगेगा। यह प्रयोग हमेशा करते रहें तो झुर्रियां और कालिमा कभी होगी ही नहीं, चेहरा भरा हुआ, कसा हुआ रहेगा और त्वचा का रंग निखरा रहेगा।

खांसी

हर प्रकार की खांसी ठीक करने वाला एक परीक्षित घरेलू नुस्खा बता रहे है। कई लोगों को इस नुस्खे के सेवन से लाभ हुआ है।

प्रयोग

अनार की छाल को छाया में खूब अच्छी तरह सुखा लें फिर कूट पीस कर छान कर महीन बारीक चूर्ण कर लें। आधा चम्मच चूर्ण एक गिलास कुनकुने गरम पानी में डाल कर, एक चुटकी पिसा हुआ कपूर डाल कर घोल लें और रोगी को खाली पेट एक बार सुबह और एक बार शाम को पिला दें। 2-3 दिन में ही खांसी चलना बन्द हों जाएगी।

बालतोड़

शरीर में कहीं भी अचानक एक फुंसी उठती है फिर उसका आकार बढ़ता है आस पास लाली छा जाती है, जलन और पीड़ा होती है। इसे बालतोड़ कहते हैं। यह व्याधि जल्दी ठीक न की जा सके तो डॉक्टर से चीरा लगवाना पड़ता है। इसे ठीक करने का एक सरल उपाय बता रहे है।

उपाय

लाल मिर्च पानी के साथ सिल बट्टे से पीस कर पेस्ट बना लें और बालतोड़ पर लेप करके पट्टी बांध दें। अगर बालतोड़ ही होगा तो मिर्ची ज़रा भी जलन नहीं करेगी। 1-2 बार लगाने पर ही आराम हो जाएगा । दूसरे व तीसरे दिन लेप लगाने पर बिल्कुल ठीक हो जाएगा।

गुणकारी दन्त मंजन

नुस्खा- हल्दी, भुनी हुई फिटकरी, बबूल की छाल, सेन्धा नमक, छाया में सुखाये हुए नीम के पत्ते- पांचों 400-400 ग्राम और लौंग 20 ग्राम । सबको अलग-अलग कूट पीस छान कर मिला लें फिर इसे तीन बार छान कर एयरटाइट कांच की बोतल में भर लें।

इस पाउडर को रोज़ाना दांत व मसूढ़ों पर लगा कर मंजन करें। सुबह व रात को सोते समय इस पाउडर से दन्त मंजन करने पर किसी अन्य मंजन या टूथ पेस्ट को प्रयोग करने की ज़रूरत नहीं पड़ती ।

इस प्रयोग से मसूढ़े व दांत स्वस्थ, सफ़ेद तथा चमकीले रहते हैं और मज़बूत बने रहते हैं। मुख से दुर्गन्ध नहीं आती । पायरिया होगा तो ठीक हो जाएगा। दांतों में ठण्डा-गर्म लगता होगा तो लगना बन्द हो जाएगा।

सिर दर्द

कमल के फूल को पीस कर, उसका लेप सिर पर लगाने से सामान्य सर दर्द या आधा सीसी दोनों में लाभ होता है।

उदर रोग

कमल के फूल का, पानी में काढ़ा बना कर पीने से उदर रोग शान्त होता है, पित्त प्रकोष का शमन होता है। बवासीर और एसिडिटी होने पर भी यह नुस्खा लाभ करता है।

क़ब्ज़ नाश

आजकल अनियमित दिनचर्या और अनुचित आहार-विहार करने के कारणवश क़ब्ज़ होना आम बात हो गई है जिसे दूर करने के लिए, दो घरेलू उपाय है यहाँ पर।

पहला उपाय- यदि प्याज खाते हों तो एक बड़ा कच्चा प्याज ले कर इसके बारीक टुकड़े कर लें और भोजन के साथ साथ ये टुकड़े चबा चबा कर खाते रहें और भोजन करते रहें। इस उपाय से कठोर क़ब्ज़ भी दूर हो जाता है।

दूसरा उपाय- भोजन के बाद एक बड़े कटोरे में जमा हुआ ताज़ा दही लेकर थोड़ा नमक मिला लें। भोजन करते हुए यह दही घूंट-घूंट करके खाते रहें। इस उपाय से पेट साफ़ हो जाता है और क़ब्ज़ दूरौहो जाती है।

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