साइनस से सावधान! इलाज और लक्षण

साइनस आम बीमारी है। इसमें सर्दी के मौसम में नाक बंद होना, सिर में दर्द होना,आधे सिर में बहुत तेज दर्द होना, नाक से पानी गिरना जैसे लक्षण होते है। और जब ऐसा होता है तो आप सोचते है की ये मौसम के बदलाव से है तो आप स्वधान हो जाये हो सकता है ये साइनस के लक्षण हो।

नाक, मस्तिष्क व आंखों के अंदर भाग मे जो खोखली जगह होती है, उसे ही साइनस कहते हैं। जब साइनस का मार्ग अवरुद्ध हो जाता है तब बलगम निकलने में परेशानी होती है, इसे ‘साइनोसाइटिस’ कहते हैं। जब मौसम बदलता है तो साइनस की प्रॉब्लम बाद जाती है। सामान्तया ये समस्या धूल और प्रदूषण के कारण भी होती है।

साइनोसाइटिस सामान्तया सर्दी जुखाम से शुरू होती है। फिर बैक्टीरियल,वायरल और फंगल संक्रमण के रूप में होता है।

साइनस के कारण:-

 

साइनस मानव शरीर की खोपड़ी में हवा भरी हुई कैविटी होती हैं जो हमारे सिर को हल्कापन व सांस वाली हवा लाने में मदद करती है। सांस लेने में अंदर आने वाली हवा इस थैली से होकर फेफड़ों तक जाती है। इस थैली में हवा के साथ आई गंदगी यानी धूल और दूसरे तरह के गंदगियों को रोक ली जाती है और बाहर फेंक दी जाती है।

इस रोग के कुछ कारण निचे दिए हुए है जो साइनस की समस्या उतपन करने के मुख्या कारण नाक में तरल पदार्थ का इकठा हो जा जिससे रोगाणु पैदा होते है। इसके कई और भी कारण है-

जुखाम:-

जिन लोगो लगातार जुखाम बानी रहती है उनको साइनस होने की आशंका ज्यादा होती है।

प्रदुषण:-

इसके कारण भी साइनस की समस्या हो सकती है। जो लोग प्रदुषण वाले जगह रहते है उन्हें ये समस्या होने की आशंका जल्दी होती है। धूल के कण, स्मॉग और दूषित वायु के कण सीधे हमारी स्वास नाली को प्रभावित करते है। इससे नाक का बहना, जुखाम एव दर्द आदि समस्या होती है। ऐसी स्थति में तुरंत डॉ के पास जाना चाहिए।

एलर्जी:-

नाक सम्बन्धी एलर्जी अधिकतर लोगो को होती है। सर्दियों के मौसम में ऐसी समस्या ज्यादा देखी गई है। सर्दियों में नाक का बहना, नाक बंद हो जाना, गले में दर्द,आवाज में बदलाव, सिरदर्द आदि आम हैं, लेकिन आप इन लक्षणों को इगनोर ना करे क्योंकि साइनस इन्हीं लक्षणों के साथ दस्तक देता है।

भोजन :-

कभी कभी भोजन की लापरवाही कारण भी साइनस की समस्या भी हो जाती है। भोजन की अनियंत्रित और पोषक तत्वों की कमी के कारण पाचन तंत्र पर असर पड़ता है जो आगे चलकर साइनस की समस्या बनती है।

वायरस:-

वयस्कों में अधिकतर साइनोसाइटिस का संक्रमण वायरस की वजह से होता है।

नाक की हड्डी बढ़ना :-

नाक की हड्डी बढ़ने के कारण भी साइनस की समस्या हो जाती है।

बैक्टीरिया और कवक(फंगस) के कारण भी साइनस की समस्या हो सकती है।

साइनस के लक्षण:-

  1. सिर में दर्द रहना।
  2. नाक से कफ निकलना और बहना।
  3. चेहरे पर सूजन आना।
  4. बुखार और बेचैनी।
  5. आवाज में बदलाव होना।
  6. सूंघने की शक्ति कमजोर होना।
  7. दाँत में दर्द रहना।
  8. जिस जगह साइनस है वह दबाने पर दर्द का होना।
  9. खासी या कफ जमाना।

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